अब ना कहूँगा
प्यार की बाते
अब ना कहूँगा
हंसी की बाते
अब ना कहूँगा
ख़ुशी कीबाते
अब ना कहूँगा
गर्व की बाते
अब ना कहूँगा
जलन की बाते
अब ना कहूँगा
फर्ज की बाते
अब ना कहूँगा
कर्त्तव्य की बाते
अब ना कहूँगा
क्रोध की बाते
बातो का अब कोई मतलब नहीं
चुप रहना सीख रहा हूँ
दुनिया में रहना सीख रहा हूँ
No comments:
Post a Comment